मिस्र के शर्म-अल-शेख में सोमवार को आयोजित गाजा शांति शिखर सम्मेलन के मंच पर एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खुलकर तारीफ करते हुए कहा, “मिस्टर ट्रंप, आपको सैल्यूट है… आपने उस जंग को रोका जो परमाणु हमले तक पहुंच सकती थी!”इस बयान से सभागार में तालियां गूंज उठीं, और ट्रंप भी शरीफ की ओर मुस्कराते हुए गौर से देखते रहे।शहबाज शरीफ ने कहा कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित किया क्योंकि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोककर इतिहास रचा। गाजा में युद्धविराम के लिए उनके प्रयास इस युग के सबसे महान हैं।” मिस्र के राष्ट्रपति को भी श्रेय दिया
शरीफ ने अपने भाषण के अंत में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी की भी सराहना की और कहा कि गाजा शांति समझौते में सिसी की भूमिका “अद्भुत और निर्णायक” रही।
ट्रंप ने बुलाया और शुरू हो गए शरीफ
दरअसल, यह दृश्य तब सामने आया जब ट्रंप ने अपने संबोधन के बीच अचानक शहबाज शरीफ को मंच पर बुलाया । उन्होंने हंसते हुए कहा-“क्या आप कुछ कहना चाहेंगे, प्रधानमंत्री साहब?”इसके बाद शहबाज शरीफ ने माइक संभाला और तोते की तरह रटे डॉयलाग बोलना शुरू हो गए। उन्होंने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के शानदार और दूरदर्शी नेतृत्व की जितनी तारीफ की जाए, कम है। उन्होंने दुनिया के सबसे खतरनाक संघर्षों को रोका है। मैं उन्हें सैल्यूट पेश करता हूं।आज दुनिया को ट्रंप जैसे नेता की ज़रूरत है।”ट्रंप ने असीम मुनीर को बताया ‘फेवरेट ’
ट्रंप ने इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भी प्रशंसा की। उन्होंने माइक पर कहा, “जनरल मुनीर मेरे पसंदीदा फील्ड मार्शल हैं उन्होंने शांति की दिशा में असाधारण भूमिका निभाई है।” मंच पर इस वक्त ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर , मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और कई अन्य विश्व नेता मौजूद थे। शर्म-अल-शेख शिखर सम्मेलन न केवल गाजा में युद्धविराम की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ, बल्कि इसने अंतरराष्ट्रीय मंच पर ट्रंप और शहबाज शरीफ की अप्रत्याशित ‘मैत्री’ भी दिखा दी। जहां शरीफ ने ट्रंप को “शांति पुरुष” कहा, वहीं ट्रंप ने पाकिस्तान की सेना और नेतृत्व की तारीफ कर कूटनीतिक संकेतों को और गहरा कर दिया।
